कसौली हिल स्टेशन, सोलन , हिमाचल प्रदेश ::


भारत देश के हिमाचल प्रदेश राज्य के सोलन जिले में कसौली एक खूबसूरत और मनमोहक दृश्यों वाला हिल स्टेशन है, जो समुद्र तल से १७९५ मीटर की ऊंचाई पर स्थित कसौली में १९०० के आस पास पाश्‍चर संस्‍थान की स्‍थापना की गई, जिसमे एंटी रेबीज टीका, पागल कुत्ते के काटने की दवा के साथ हाइड्रो फोबिया रोग का इलाज भी किया जाता है। कसौली चारों तरफ से चीड़, देवदार और ऑक के पेड़ों से घिरा हुआ है। कसौली में प्रसिद्द पर्यटन स्थल ब्रूअरी, क्राइस्ट चर्च, सूर्यास्त बिंदु, मंकी पॉइंट इत्यादि है। यहाँ ट्रैकिंग, राइडिंग और रोप-वे इत्यादि का लुफ्त उठा सकते है। अगर आप भीड़भाड़ वाले हिल स्टेशन से किसी शांतिप्रिय हिल स्टेशन जाना चाहते है, तो एक बार आप कसौली जाना ना भूले।

कसौली का इतिहास :
वैसे तो कसौली का इतिहास काफी पुराना और अद्भुत है। १७ वीं शताब्दी के आस पास हरियाणा के रेवाड़ी में कुछ राजपूत परिवारों ने राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से कसूल नाम के क्षेत्र में रहने का इरादा किया। कसूल अपने मीठे पानी के झरने के लिए जाना जाता है। कसूल का विस्तार होने पर मीठे पानी के झरने के ऊपर एक जलशाय बना दिया गया। सन्  १८५० में अंग्रेजों ने यहाँ एक कसौली छावनी का विस्तार किया। धीरेधीरे अंग्रेज यहाँ की खूबसूरती और सुंदरता को देखकर मन्त्र मुग्ध हो गये और इसे एक हिल स्टेशन के रूप में विकसित कर दिया। आजादी के बाद कसूल का नाम कसौली हो गया और हिमाचल प्रदेश राज्य में आने लगा।

दर्शनीये स्थल :
अगर आप कसौली जैसे खूबसूरत हिल स्टेशन को घूमने के लिए जा रहे है, तो आप वहाँ के मनमोहक और प्रसिद्द दर्शनीये स्थलों को भी घूम सकते है। जैसे,

ब्रूअरी :
सन् १८२० में एडवर्ड डायर द्वारा स्थापित कसौली ब्रूअरी व्हिस्की, रम, जिन और बीयर सहित विभिन्न प्रकार के मादक पेय पदार्थों के उत्पादन के लिए जाना जाता है। सबसे पहले एडवर्ड डायर ने ही यहाँ पर शराब की भठ्ठी स्थापित की थी और यह क्षेत्र धीरेधीरे शराब की भठ्ठी के लिये प्रसिद्द हो गया।

क्राइस्ट चर्च :
सन् १८५३ में अंग्रेजों द्वारा स्थापित क्राइस्ट चर्च कसौली का एक प्रसिद्द और खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जिसे घूमने के लिए भारी संख्या में पर्यटक आते है। रंग बिरंगें ग्लास और नीले रंग की छत इसकी शोभा को और बढ़ाते है। क्राइस्ट चर्च के आस पास आपको सुकून और शांति को महसूस करेगें। क्राइस्ट चर्च अपनी गॉथिक वास्तुकला के लिए जाना जाता है।

सूर्यास्त बिंदु :
यह एक ऐसी जगह है, जहाँ से आप पहाड़ियों के पीछे डूबते हुए सूर्य को निहार सकते है। खूबसूरत दृश्यों के साथ घाटियों का नज़ारा देखने लायक होता है। यह जगह फोटोग्राफरों, प्रकृति प्रेमियों के लिए तो बहुत ही बेहतरीन है। इस जगह को घूमने के लिए पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।

माल रोड :
माल रोड, कसौली का सबसे भीड़ भाड़ और घूमने का सबसे प्रसिद्द स्थान है। विशेष तौर पर यह जगह खरीदारी करने और खाने के लिए प्रसिद्द है। यहाँ कई तरह की दुकाने और रेस्टोरेंट देखने को मिलते है। यह जगह सर्दियों और गर्मियों में या सालभर व्यस्त रहती है। यहाँ पर आप खरीदारी के साथ साथ स्थानीय व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते है।

मंकी पॉइंट :
कहते है कि जब भगवान श्री हनुमान जी घायल लक्ष्मण के लिये संजीवनी बूटी की खोज करते समय इस स्थान पर पैर रखा था। इस जगह का आकार भी एक पैर की तरह ही है और यहाँ एक श्री हनुमान मन्दिर भी है। जिसके आस पास बन्दर ही बन्दर दिखाई देते है। इसी कारण इस जगह का नाम मंकी पॉइंट पड़ा। मंकी पॉइंट यहाँ का सबसे ऊँचा स्थान है, जहाँ से आप घाटी के खूबसूरत दृश्यों और हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों के मनमोहक दृश्यों को देख सकते है।

गोरखा किला :
गोरखा किला यहाँ का एक ऐतिहासिक और प्रसिद्द पर्यटन स्थल है और इसे देखने के लिए पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। १९ वीं शताब्दी में निर्मित गोरखा किला गोरखा के साहस को प्रकट करता है। गोरखा किला अब खंडहर हो चुका है, फिर भी आप अपनी वीरता की गाथा को अनुभव कर सकते है।

श्री बाबा बालक नाथ मंदिर :
यह मन्दिर भगवान शिव के भक्त बाबा बालक नाथ को समर्पित और कसौली से लगभग ३ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मन्दिर कसौली का एक प्रसिद्द और प्रमुख पर्यटन स्थल है। कहते है कि इस मन्दिर के दर्शन करने से निःसंतान दंपति को सन्तान का सुख प्राप्त होता है। जिससे कारण यहाँ भक्त भारी संख्या में दर्शन करने के लिए आते है।

श्री कृष्ण भवन मंदिर :
सन् १९२६ में निर्मित यह मन्दिर भारतीय और यूरोपिय वास्तुकला का जीता जागता नमूना है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एक चर्च की तरह बना हुआ है। इस खूबसूरत दृश्यों वाले श्री कृष्ण भवन मंदिर को घूमने के लिए पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।

जाने का समय :
वैसे आप कसौली घूमने के लिए कभी भी जा सकते है, लेकिन अगर आप गर्मी से निकलकर ठंडक में और सुखद व सुहाने मौसम का लुफ्त लेना जाना चाहते है। तो आपको गर्मियों में जाना चाहिए। अगर आप बर्फबारी और बर्फ को गिरते हुए निहारना चाहते है, तो आपको सर्दियों में जाना चाहिए। अगर आप बारिश के मौसम में बारिश का लुफ्त लेना चाहते है, तो आपको बारिश में जाना चाहिए।

रुकने के स्थान :
आजकल कसौली के आस पास कई होटल, रिसोर्ट और लॉज उपलब्ध है, जहाँ आप रुक सकते है। यहाँ आपको किफायती दाम और महगें दोनों तरह के होटल मिल जाएगें। होटल, रिसोर्ट या लॉज की बुकिंग आप ऑनलाइन कर सकते है।

स्थानीय व्यंजन :
कसौली के स्थानीय व्यंजनों में आप आलू टिक्की, समोसे, कचोरी, छोले भटूरे, ब्रेड पकोड़े और अदरक व दालचीनी से बनी प्रसिद्द ग्रीन टी का लुफ्त ले सकते है। इसके अलावा यहाँ पर आप खसखस का हलवा, कढ़ी और सिदू जैसे व्यंजनों का भी लुफ्त उठा सकते है।

जाने के साधन :
अगर आप कसौली हिल स्टेशन का लुफ्त लेने के लिए जा रहे है, तो वहाँ जाने के लिए आपको हर तरह के साधन उपलब्ध हो जाएगें। आप हवाई मार्ग, रेल मार्ग या फिर सड़क मार्ग द्वारा आसानी से कसौली हिल स्टेशन पहुँच सकते है।

वाई मार्ग द्वारा :
कसौली के सबसे नजदीक एयरपोर्ट शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट , चंडीगढ़ है, जो कसौली से ७० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एयरपोर्ट देश के सभी प्रमुख एयरपोर्ट से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से आप बस या टैक्सी के द्वारा कसौली पहुँच सकते है।

रेल मार्ग द्वारा :
कसौली के सबसे निकट रेलवे स्टेशन कालका रेलवे स्टेशन है, जो कसौली से ४० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रेलवे स्टेशन देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। रेलवे स्टेशन से आप टैक्सी या बस के द्वारा कसौली पहुँच सकते है।

सड़क मार्ग द्वारा :
कसौली, हिमाचल प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों और आस पास के राज्यों के सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। कसौली के लिए परिवहन निगम, प्राइवेट और लग्जरी बसें नियमित रूप से चलती रहती है। कसौली की सड़कें खूबसूरत और अच्छी बनी हुई है। जिससे यात्रा आरामदायक हो जाती है।

आपको अपने लेख के द्वारा कसौली हिल स्टेशन को शेयर कर रहा हूँ। आशा करता हूँ कि आपको ये लेख पसंद आएगा। मेरा ये लेख आपकी यात्रा को आसान और सुगम बनाने में आपकी बहुत मदद करेगा। आप अपने सपरिवार के साथ कसौली हिल स्टेशन घूमने के लिए जा सकते है। अगर आप कोई और जानकारी चाहते है, तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते है।

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